भारतीय अर्थव्यवस्था (Economics of India)

भारतीय अर्थव्यवस्था (Economics of India) for competitive exams

परिभाषा (Definition):- अर्थव्यवस्था वह विज्ञान है जिसमें मानव व्यवहार के संबंध में उपलब्ध वैकल्पिक साधनों एवं उनके उद्देश्यों के मध्य सह-संबंधों का अध्ययन किया जाता है!

कुछ महत्वपूर्ण बिंदु-
  • एडम स्मिथ को अर्थव्यवस्था का जनक कहा जाता है!
  • 1776 ई० में एडम स्मिथ ने द वेल्थ ऑफ नेशंस पुस्तक लिखी, जिससे अर्थव्यवस्था का उद्गम स्रोत कहा जाता है!
  • अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्वरूप का जन्म पश्चिमी देशों में विशेषकर ब्रिटेन में हुआ था!
  • अर्थव्यवस्था सामाजिक विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण, विनिमय और उपभोग का अध्ययन किया जाता है!

राष्ट्रीय आय की गणना-

राष्ट्रीय आय के आंकड़ों के निर्गमन के लिए प्राथमिक, द्वितीयक तृतीय क्षेत्रों को शामिल किया जाता है!
  • प्राथमिक क्षेत्र:- कृषि, पशुपालन, डेयरी, मछली पालन, कुुकुट (मुर्गा पालन), खनन आदि!
  • द्वितीय क्षेत्र:- (उद्योग क्षेत्र) कारखाना, सीमेंट, इस्पात आदि!
  • तृतीय क्षेत्र:- (सेवा क्षेत्र) व्यापार, होटल, बैंकिंग, बीमा, शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन आदि!
इन क्षेत्रों में उत्पादित प्रत्येक वस्तुओं एवं सेवाओं का अनुमान लगाया जाता है और इन वस्तुओं का फिर मौद्रिक मूल्य निकाला जाता है इसमें विदेश में काम कर रहे भारतीय नागरिकों द्वारा भेजी गई आय को भी जोड़ा जाता है!
सकल राष्ट्रीय आय = कुल वस्तुओं और सेवाओं का मौद्रिक मूल्य + विदेश से अर्जित आय

प्रश्न- निम्नलिखित में से किसे तृतीय श्रेणी में शामिल किया जाता है-
  1. इस्पात 
  2. कुकुट पालन 
  3. खनन 
  4. स्वास्थ्य
उत्तर- 4. स्वास्थ्य

प्रश्न- किसे वर्तमान अर्थव्यवस्था का जन्मदाता कहा जाता है-
  1. कार्ल मार्श 
  2. मैकाले 
  3. कर्जन 
  4. एडम स्मिथ
उत्तर- 4. एडम स्मिथ

अर्थव्यवस्था के प्रकार (Types of Economics)-

अर्थव्यवस्था को मुख्यतः तीन भाग में विभाजित किया गया है-

  • 1. पूंजीवादी अर्थव्यवस्था:- ऐसी अर्थव्यवस्था जिसमें निजी क्षेत्र की भागीदारी सर्वाधिक तथा सार्वजनिक क्षेत्र की भागीदारी कम होती है, पूंजीवादी अर्थव्यवस्था कहलाती है! इसे बाजार प्रणाली या स्वतंत्र प्रणाली भी कहा जाता है! साधनों का स्वामित्व, संचालन एवं नियंत्रण निजी उद्योगपति के हाथ में होता है! इसमें उपभोक्ता लाभ की स्थिति में होता है!
  • 2. समाजवादी अर्थव्यवस्था:- ऐसी अर्थव्यवस्था जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र (राज्य) की भागीदारी अधिकतम तथा निजी क्षेत्र (उद्योगपति) की भागीदारी न्यूनतम होती है, समाजवादी अर्थव्यवस्था कहलाती है! इसमें साधनों का आवंटन, विनियोग की प्राथमिकता तथा उत्पादन के ढांचे का निर्धारण मूल्य वह लाभ की प्रेरणा से ना होकर सामाजिक प्राथमिकता के आधार पर होता है! Note:- यदि सार्वजनिक क्षेत्र की भागीदारी 100 प्रतिशत कर दी जाती है तो साम्यवादी अर्थव्यवस्था कहां जाता है! चीन की अर्थव्यवस्था साम्यवादी अर्थव्यवस्था है!
  • 3. मिश्रित अर्थव्यवस्था:- इसमें सार्वजनिकनिजी क्षेत्र की भागीदारी लगभग समान होती है! इसमें पूंजीवाद और समाजवाद दोनों विचारधाराओं का समन्वय होता है! भारत में मिश्रित अर्थव्यवस्था को स्वीकार किया गया है! 1991 में मनमोहन सिंह के द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था में उदारीकरण की शुरुआत की गई!


भारत में नियोजन का इतिहास (Economic Planning of India)-

  1. 1934 में सरयम विश्वेश्वरैया सर्वप्रथम नियोजन का सिद्धांत दिया था, जिसमें नियोजन को एक ऐसा ढांचा बनाया जिससे 10 वर्षों में राष्ट्रीय आय दोगुना किया जा सकता है!
  2. 1938 में कांग्रेस के कार्यकारणी पंडित जवाहरलाल नेहरु की अध्यक्षता में गठित 15 सदस्यी ने राष्ट्रीय योजना समिति की गठन किया तथा इस समिति के सुझाव पर मिश्रित अर्थव्यवस्था को स्वीकार किया गया!
  3. श्री एम. एन. राय द्वारा जन योजना का सुझाव दिया गया था! 1944 में श्री मन्नारायण ने गांधीवादी योजना का सुझाव दिया तथा इसका उद्देश्य सबका साथ सबका विकास था!
  4. जनवरी 1950 में जयप्रकाश नारायण ने सर्वोदय योजना दिया था, जिसका उद्देश्य शोषण रहित समाज की स्थापना, भूमि का पुनः वितरण, आय संपत्ति की असमानता को समाप्त करना था!
  5. योजना आयोग का गठन 15 मार्च 1950 को किया गया था यह एक गैर संवैधानिक निकाय है! योजना आयोग का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है!
  6. योजना आयोग का नाम बदलकर 1 जनवरी 2015 को नीति आयोग कर दिया गया! नीति आयोग के वर्तमान उपाध्यक्ष डॉ राजीव कुमार हैं!
  7. नीति आयोग का कार्य ग्राम स्तर पर योजनाएं बनाना, आर्थिक प्रगति से वंचित रहे वर्गों पर विशेष ध्यान देना!

राष्ट्रीय विकास परिषद-

राष्ट्रीय विकास परिषद का गठन 6 अगस्त 1952 को किया गया था! या एक गैर संवैधानिक निकाय है! राष्ट्रीय विकास परिषद का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है तथा इसमें केंद्रीय मंत्री परिषद के सदस्य, राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के शासक और योजना आयोग के सदस्य भी सम्मिलित होते हैं!

राष्ट्रीय विकास परिषद के कार्य-

  • राष्ट्रीय योजना की प्रगति पर विचार करना!
  • पंचवर्षीय योजनाओं को अनुमोदन करना या लागू करना!
  • राष्ट्रीय विकास को प्रभावित करने वाले आर्थिक व सामाजिक नीतियों पर विचार करना!

प्रश्न- भारत में नियोजन का सिद्धांत सर्वप्रथम किसने दिया था-
  1. एमएन राय 
  2. नेहरू जी 
  3. सर एम विश्वेश्वराया 
  4. जयप्रकाश नारायण
उत्तर- 3. सर एम विश्वेश्वराया

प्रश्न- किस अर्थव्यवस्था को केंद्रीयकृत नियोजन प्रणाली के नाम से जाना जाता है-
  1. पूंजीवादी 
  2. समाजवादी 
  3. मिश्रित 
  4. इनमें से कोई नहीं
उत्तर- 2. समाजवादी 

प्रश्न- निम्नलिखित में से कौन तृतीय श्रेणी में शामिल है-
  1. वन 
  2. सीमेंट 
  3. इस्पात 
  4. शिक्षा
उत्तर- 4.शिक्षा

प्रश्न- पंचवर्षीय योजना को स्वीकृति प्रदान कौन करता है-
  1. योजना आयोग 
  2. केंद्रीय मंत्री परिषद 
  3. प्रधानमंत्री 
  4. राष्ट्रीय विकास परिषद
उत्तर- 4. राष्ट्रीय विकास परिषद

प्रश्न- मिश्रित अर्थव्यवस्था किन के हितों की रक्षा करती है-
  1. व्यक्ति 
  2. राज्य 
  3. दोनों 
  4. इनमें से कोई नहीं
उत्तर- 3. दोनों 

और पढ़ें >>>
भारत की पंचवर्षीय योजना...

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