ग्रामीण समाज एवं विकास से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु
- भारत एक ग्राम प्रधान देश है जिसमें 640930 गांव और 4000 शहर है। यह आंकड़े जनगणना से आते हैं।
- भारत की लगभग 70% आबादी/जनसंख्या ग्रामीण है।
- ग्रामीण विकास कृषि पशुपालन और कुटीर उद्योगों पर निर्भर होता है।
- ग्राम को एक सामाजिक इकाई भी मानी जाती है।
ग्राम या गांव
पेसा अधिनिय (केंद्रीय कानून, संविधान के 9 वें भाग, पंचायतों के प्रावधान) के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित भौगोलिक क्षेत्र (एक बस्ती या बस्तियों के एक समूह) से गांव का गठन किया जाता है।
ग्राम सभा
मतदाता (18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोग जिनके पास वोट करने का अधिकार है) ग्राम वासियों को ही ग्राम सभा कहते हैं।
ग्राम पंचायत समिति
ग्राम सभा द्वारा चुने गए पदाधिकारियों को ही ग्राम पंचायत समिति कहते हैं। जैसे:- ग्रामप्रधान, वार्ड मेंबर इत्यादि।
नोट:- एक ग्राम पंचायत में न्यूनतम 9 तथा अधिकतम 15 वार्ड मेंबर हो सकते हैं।
परगना
सल्तनत काल, मुगल काल, ब्रिटिश राज्य के दौरान शासनिक/राजस्व की एक इकाई थी।
तहसील
यह राजस्व संग्रह की भौगोलिक इकाई होती है।
ब्लॉक
यह ग्रामीण विकास की भौगोलिक इकाई होती है।
ग्राम सभा/समाज के प्रकार
- कृषि कार्य वाले ग्राम - इनके पास कृषि की पर्याप्त भूमि होती है।
- गैर कृषि कार्य वाले ग्राम - इनके पास कृषि योग्य भूमि का अभाव होता है।
- उपनगरीय ग्राम - नगर से लगे हुए ग्राम।
- औद्योगिक ग्राम - औद्योगिक कार्य बड़े स्तर पर होता है।
ग्रामीण समाज की विशेषताएं
ग्रामीण समाज की विशेषताएं निम्न प्रकार हैं-
- आकार में छोटा
- परिवार में एकरूपता
- संयुक्त परिवार प्रणाली
- प्रकृति के निकट होते हैं
- कृषि मुख्य व्यवसाय है
- धर्म, परंपरा तथा प्रथाओं विशेष आस्था पाई जाती है।
प्रश्न:- किस विद्वान ने ग्रामीण समुदाय को लघु समुदाय की संज्ञा दी है?
उत्तर:- राबर्ट रेडफील्ड
ग्रामीण जीवन में परिवर्तन एवं समस्याएं
- मुद्रा का चलन वर्तमान ग्रामीण समाज में बढ़ गया है।
- पुरानी जजमानी व्यवस्था लगभग समाप्ति की कगार पर है।
- अंतरजातीय विवाह होने लगे हैं।
- गांव में संयुक्त परिवार का विघटन हो रहा है।
- आर्थिक जीवन में परिवर्तन।
- राजनीतिक जीवन में परिवर्तन।
ग्रामीण जीवन और शाहरी/नगरीय जीवन या समुदाय के मध्य तुलना/अंतर/विशेषता
आधार | ग्रामीण समुदाय | शहरी/नगरीय समुदाय |
---|---|---|
जनसंख्या | कम | अधिक |
व्यवसाय | कृषि या पशुपालन | वाणिज्य, व्यापार, विनिर्माण |
शिक्षा | निम्न, अशिक्षित | उच्च, शिक्षित |
महिलाओं की स्थिति | निम्न, अशिक्षित, कम शिक्षित, पर्दा प्रथा | शिक्षित, स्वतंत्र |
सामाजिक नियंत्रण | धर्म, परंपरा, अनौपचारिकता | पुलिस, न्यायालय, जेल |
सामाजिक दृष्टिकोण | सीधा एवं सरल | जटिल, तार्किक, वैज्ञानिकता |
सांस्कृतिक जीवन | स्थिर | परिवर्तनशील |
सहिष्णुता (Tolerance) | कम | ज्यादा |
परिवार | संयुक्त | एकल/एकांकी |
संयुक्त परिवार के विघटन के कारण
इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं-
- औद्योगिकीकरण
- शहरीकरण
- व्यक्तिवाद
- स्त्रियों में शिक्षा का प्रसार
- जनसंख्या वृद्धि
- पाश्चात्य शिक्षा और संस्कृति
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